बस एक चुस्की गरम चाय की, और फिर शुरू बाते गुड मॉर्निंग की ! बस एक चुस्की गरम चाय की, और फिर शुरू बाते गुड मॉर्निंग की !
लोक कथा की व्यथा इस समय कैसी है...? अब वह कहानियां कोई दादी माॅं सुनाती है...? लोक कथा की व्यथा इस समय कैसी है...? अब वह कहानियां कोई दादी माॅं सुनाती है...?
वो भरी जेब में मुठ्ठियाँ मूंगफली की, ताज़ी ताज़ी भेली वो गरम गरम गुड की, शाम पड़े वो जलाना अलाव आं... वो भरी जेब में मुठ्ठियाँ मूंगफली की, ताज़ी ताज़ी भेली वो गरम गरम गुड की, शाम प...
बड़ा अजीब है अपना नसीब मितवा , लिखता हूँ बस मैं तेरा ही गीत मितवा ! बड़ा अजीब है अपना नसीब मितवा , लिखता हूँ बस मैं तेरा ही गीत मितवा !
नवो सालको पयलो तिर संक्रांतको सण। नवो सालको पयलो तिर संक्रांतको सण।